What is computer? यहाँ हम जानेंगे कम्प्यूटर क्या है ? Computer ने आज हमारे दैनिक जीवन के हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाने में मुकाम हासिल कर लिया है कम्प्यूटर की निरन्तर बढती क्षमताओं के कारण इसका प्रयोग नये-नये कार्यक्षेत्रो में बढ़ता जा रहा है। हमारे बिजली और टेलीफ़ोन के बिल कम्प्यूटर द्वारा प्रिन्ट करके हमें भेजे जाते हैं, रेल गाड़ी व् हवाई जहाज के सीटों के आरक्षण भी कम्प्यूटर द्वारा किया जाता है। चलिए कम्प्यूटर को विस्तार से जानते हैं-
Computer का अर्थ:
Computer शब्द लैटिन भाषा के कम्प्यूट (Compute) से बना है जिसका अर्थ है- ‘’गणना’’। अतः कम्प्यूटर का अर्थ है – गणना करने वाली मशीन।
कम्प्यूटर किसे कहते हैं ? What is Computer ?
Computer एक स्वचालित तथा निर्देशों के अनुसार कार्य करने वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीन है. जिसमे डाटा को प्राप्त करने, स्टोर करने और प्रदर्शित करने की क्षमता होती है। आप कम्प्यूटर को इस तरह से भी समझ सकते हैं “कंप्यूटर एक बिजली से चलने वाला यन्त्र हैं जो डेटा लेता है और उस पर प्रक्रिया कर परिणाम प्रस्तुत करता है।”
इस प्रकार Computer एक तेज एवं शत प्रतिशत सही परिणाम देने वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूजर से प्राप्त डाटा की Arithmetic और Logic क्रिया कर आउटपुट देता हैं।
प्रयोगकर्ता (यूजर), कीबोर्ड, माउस जैसे इनपुट डिवाइस के माध्यम से डाटा कम्प्यूटर को देता है दिए गये निर्देशों के आधार पर, Computer, प्राप्त डाटा पर प्रोसेसिंग करता हैं और आउटपुट डिवाइस पर रिजल्ट प्रस्तुत करता है।
कम्प्यूटर शब्द अग्रेजी के आंठ अक्षरों से मिलकर बना है-
C = Commonly
O = Operated
M = Machine
P = Particularly
U = Used For
T = Technical
E = Education and
R = Research
Computer Definition को आप इस प्रकार से भी समझ सकते हैं-
Commonly Operated Machine Particularly Used for Technical Education and Research.
कम्प्यूटर को हिंदी में संगणक, परिकलक और अभिकलक के नाम से भी जाना जाता है।
कम्प्यूटर के भाग (Parts Of Computer)
Computer के मुख्य पांच भाग होते हैं-
- इनपुट यूनिट (Input Unit)
- आउटपुट यूनिट (Output Unit)
- मेमोरी (Memory)
- गणितीय एवं तार्किक यूनिट (Arithmetic and Logic Unit)
- कण्ट्रोल यूनिट (Control Unit)
कम्प्यूटर की क्षमताये (Strengths of Computer)
Characteristic of Computer यहां हम कम्प्यूटर के विशेषता व गुण के बारे में विस्तार से जानेंगे:
- गति (Speed) –कम्प्यूटर किसी भी कार्य को बहुत ही तेज गति से कर सकता है कंप्यूटर कुछ ही समय में गुना/भाग या जोड़ घटाव की क्रियाओ को सकता है। Computer इतना तीव्र होता है यह पल भर में हजारो-लाखों गणितीय क्रियाओं को एक साथ कर सकता है।
- शुद्धता / त्रुटि रहित कार्य (Accuracy) – कम्प्यूटर अपना कार्य बिना किसी गलती के करता है। कंप्यूटर स्वयं से कभी गलती नही करता है। Computer कठिन से कठिन सवालों के जवाब बिना किसी गलती के देता है। यूजर के द्वारा दिए जाने वाले निर्देश (कमांड) सही है तो Computer के द्वारा दिए जाने वाला आउटपुट (Garbage in Garbage Out) Role पर Work करता है।
- स्वचालन (Automation) –कम्प्यूटर अपना कार्य एक बार लोड हो जाने के बाद स्वतः करता रहता है। एक बार Computer पर आंकड़े Feed करने के बाद उन्हें एक निश्चित Program के निर्देश के अनुसार अलग-अलग कार्यो के लिए विश्लेषित कर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।
- हाई स्टोरेज कैपेसिटी (High Storage Capacity) – Computer में डाटा स्टोर करने की क्षमता बहुत अधिक होती है। इसमें आप सभी प्रकार के डाटा, प्रोग्राम, टेक्स्ट या आवाज को कई वर्षो तक सुरक्षित रख सकते है। और इसे हम कभी भी कुछ ही सेकंड में प्राप्त कर सकते हैं और अपने उपयोग में ला सकते हैं। कम्प्यूटर के इंटरनल तथा एक्सटर्नल स्टोरेज माध्यम (Hard Disk, CD ROM, Pen Drive आदि) में डाटा और सूचनाओ को स्टोर किया जा सकता है। जिसे हम प्रायः उपयोग कर सकते हैं।
- स्मरण शक्ति (Power of Remembrance) – Computer अपनी मेमोरी में Instruction, डाटा, सूचना जैसे कई सारी जानकारियों को संग्रहित कर के रखता है। जिसे आवश्यकता पड़ने पर किसी भी सूचना को उपलब्ध करता है।
- विश्वसनीयता (Reliability) – Computer की याद करने की शक्ति एवं शुद्धता अधिक होती है। यह सूचनाओ को वर्षों तक सुरक्षित करके रख सकता है।
- बहूउद्देश्यीय (Versatile) – Computer एक वर्सटाइल मशीन है इसका उपयोग अलग-अलग क्षेत्रो में अलग-अलग कार्यों को करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग शिक्षा, चिकित्सा, रिसर्च, खेलकूद, वैज्ञानिक, ज्योतिष, साहित्य आदि क्षेत्रो में किया जाता है।
कम्प्यूटर की सीमाएं (Limitations of Computer)
• बुद्धिमत्ता की कमी (Lack of Intelligence) – कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है इसका कार्य यूजर (उपयोगकर्ता) के निर्देशों को कार्यान्वित (Execute) करना होता है। कम्प्यूटर किसी भी स्थति में यूजर के द्वारा दिए गये निर्देशों से न तो कम और न ही अधिक का कार्यान्वित (Execute) करता है।
• निर्णय लेने की क्षमता का अभाव – Computer में बुद्धिमत्ता की कमी होने के कारण यह कभी भी सही और गलत की पहचान नही कर सकता Computer निर्देशों के आधार पर कार्य करता है यह स्वयं से निर्णय नही ले सकता है।
• आत्मरक्षा करने में अक्षम (Unable in Self Protection) – कम्प्यूटर चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यूँ न हो उसका नियंत्रण मनुष्य के पास ही होता है। मानव जिस प्रकार उसे नियंत्रण करना चाहे उस पर नियन्त्रण करता है।
उदाहरण के लिए – यदि कोई राम नाम का व्यक्ति किसी ई-मेल अकाउंट बनाता है और उसे खोलने के लिए एक विशेष पासवर्ड दे देता है। कंप्यूटर यह नही देखता कि उस ई-मेल आईडी को खोलने वाला राम ही है, बल्कि यह देखता है कि उसका पासवर्ड क्या है।
यहाँ अपने जाना What is Computer इसके Characteristics और इसके Limitations क्या हैं?